Vinesh Phogat Rajya Sabha- विनेश फोगाट को हरियाणा से राज्यसभा भेजने की बात; हुड्डा ने कहा- बहुमत होता तो मैं विनेश को भेजता

विनेश फोगाट को हरियाणा से राज्यसभा भेजने की बात; पूर्व CM हुड्डा ने कहा- बहुमत होता तो मैं विनेश को भेजता, परिवार बोला- ये राजनीतिक स्टंट

Former CM Bhupinder Singh Hooda Vinesh Phogat Rajya Sabha From Haryana

Former CM Bhupinder Singh Hooda Vinesh Phogat Rajya Sabha From Haryana

Vinesh Phogat Rajya Sabha: देशभर में महिला पहलवान विनेश फोगाट को लेकर चर्चा हो रही है। हर किसी को विनेश के ओलंपिक कुश्ती फाइनल मुकाबले से बाहर होने का दुख है। लेकिन दूसरी ओर विनेश फोगाट को लेकर सियासत भी खूब गर्म दिख रही है। विपक्ष के नेता लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर विनेश के मामले को लेकर सवालिया बयानबाजी कर रहे हैं। वहीं इस बीच विनेश फोगाट को हरियाणा से राज्यसभा भेजने की बात भी चल पड़ी है।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि, अगर हरियाणा में उनकी पार्टी के पास बहुमत होता और सरकार होती तो वह विनेश फोगाट को हरियाणा से राज्यसभा भेजते। लेकिन उनकी पार्टी के पास बहुमत ही नहीं है। जिससे उनकी पार्टी का उम्मीदवार राज्यसभा सांसद नहीं बन सकता। बता दें कि, दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद के तौर पर निर्वाचित होने से हरियाणा की 1 राज्यसभा सीट खाली हुई है। जिस पर चुनाव आयोग ने बीते बुधवार को उपचुनाव की घोषणा की है।

विनेश के राज्यसभा जाने से खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता

दरअसल, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बयान उस वक्त दिया। जब उनसे विनेश फोगाट को हरियाणा सरकार द्वारा मिलने वाले सम्मान पर सवाल किया गया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, मैं हरियाणा सरकार के सिल्वर मेडल वाले सम्मान से सहमत नहीं हूँ। विनेश को गोल्ड मेडल के जितना सम्मान मिलना चाहिए। क्योंकि विनेश का गोल्ड मेडल जीतना पक्का था। विनेश की इसके लिए पूरी तैयारी थी। वहीं जब हुड्डा से पूछा गया कि, अगर उनकी सरकार होती तो वह विनेश फोगाट को किस तरह सम्मान देते।

इस पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना था कि, हरियाणा में राज्यसभा की सीट खाली हो रही है। मैं उस सीट पर विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजता। लेकिन इस वक्त मेरी पार्टी के पास हरियाणा में 28 विधायक हैं और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। कुल मिलाकर पार्टी के पास 31 विधायक हैं। ऐसे में बहुमत के लिए पास पर्याप्त नंबर नहीं हैं। 28 या 31 विधायकों से पार्टी का कोई उम्मीदवार राज्यसभा सांसद नहीं बन सकता है। हुड्डा ने कहा कि, अगर पार्टी के पास बहुमत होता तो मैं विनेश फोगाट को ही राज्यसभा भेजता। जिससे पूरे देश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता।

दीपेंद्र हुड्डा बोले- मेरी सीट पर विनेश फोगाट ही उपयुक्त

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजने की मांग की है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, विनेश हारी नहीं है, विनेश ने करोड़ों देशवासियों का दिल जीता है। अगर हारा है तो स्पोर्ट्स सिस्टम हारा है। गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को जो सुविधा मिलती है, सरकार को वो सुविधा विनेश को देनी चाहिए। क्योंकि विनेश पूरी तरह से गोल्ड की दावेदार थीं। मानिए कि वो गोल्ड जीत ही चुकी थीं लेकिन उन्हें उस अवसर से दूर किया गया।

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, आज हुड्डा साहब ने विनेश को राज्यसभा में भेजने की जो बात कही है। वो बड़ी बात है। हालांकि हमारे पास उन्हें राज्य सभा भेजने के लिए संख्या बल नहीं है। लेकिन मेरी खाली सीट पर विनेश ही राज्यसभा भेजे जाने के लिए उपयुक्त हैं। इसके लिए उन्हें आगे लाया जाए। हरियाणा के सभी राजनीति दल पर इस पर गंभीरता से विचार करें। यह मेरा आग्रह है।

विनेश फोगाट का परिवार बोला- हुड्डा का ये राजनीतिक स्टंट

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजने वाले बयान पर विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट का बयान सामने आया है। महावीर फोगा ने कहा कि, 2005 और 2010 में जब कॉमनवेल्थ गेम्स हुआ था तो उसमें बबीता ने सिल्वर मेडल लिया था और गीता ने गोल्ड मेडल लिया था। गीता भारत की पहली रेसलर थीं जिसने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल लिया।

इसके बाद 2012 में गीता ने बतौर भारत की पहली महिला रेसलर ओलंपिक क्वालीफाई किया था। जब भूपेंद्र हुड्डा की सरकार थी। उस समय गीता और बबीता को DSP का पद मिलना था लेकिन हुड्डा साहब ने भेदभाव करके गीता को इंस्पेक्टर और बबीता को सब इंस्पेक्टर लगाया। कोर्ट में केस डालने के बाद कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया। आज हुड्डा साहब कहते हैं कि वह विनेश को राज्यसभा भेजते लेकिन उस समय जब भूपेंद्र हुड्डा की ही सरकार थी तब गीता ने कई रिकॉर्ड बनाए तब उन्हें राज्यसभा क्यों नहीं भेजा? ये बस एक राजनीतिक स्टंट है।

कांग्रेस के हिस्से में रही हरियाणा की यह राज्यसभा सीट

अब तक कांग्रेस के हिस्से में रही इस सीट से करीब दो साल के लिए अब बीजेपी अपना राज्यसभा सांसद सदन में भेजेगी। रिक्त हुई सीट का कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 तक होगा। इस सीट पर बीजेपी की तरफ से कई दावेदार हैं, जिन्होंने लॉबिंग शुरू कर दी है। ज्ञात रहे कि, 90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में इस समय विधायकों की संख्या 87 है।

चुनाव आयोग ने 12 राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव का ऐलान किया

चुनाव आयोग ने बीते बुधवार को ही नौ राज्यों की 12 राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव का ऐलान किया था। केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, सर्बानंद सोनोवाल और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत मौजूदा सदस्यों के लोकसभा सांसद के तौर पर निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा की 10 सीटें खाली हो गई थीं। वहीं बाद में राज्यसभा के दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था।

मतलब राज्यसभा में 12 सीटें खाली हो गईं थीं। जो सीटें खाली हुई हैं, उसमें असम, बिहार और महाराष्ट्र में दो-दो, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, ओडिशा और तेलंगाना में एक-एक सीट शामिल हैं। चुनाव आयोग के शेड्यूल के मुताबिक, राज्यसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 14 अगस्त को जारी की जाएगी। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। प्रत्येक राज्यसभा सीट के लिए 3 सितंबर को उपचुनाव होगा और 3 सितंबर को ही नतीजे घोषित किए जाएंगे।

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